मुल्कनुमा जिस्म की सेहत का ख्याल रखिये, जैसे आप अपने जिस्म का ख्याल रखते हैं

डोनाल्ड ट्रंप का बर्थडे था और दिल्ली में ऐसे केक काट रहे थे तुम जैसे वोह तुम्हारा अब्बा है, वजह सिर्फ इतनी से की ट्रंप ने अपने भाषणों में खूब ज़हर उगला था! चीन ने रोज़े में बैन किया और 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर मज़हबी पाबन्दी लगाईं तो तुमने सोशलमीडिया में अपने कमेंट्स से ख़ुशी मनाई| तुम्हारी घटिया मानसिकता तब भी नज़र आई थी, जब फ़लस्तीन पर ग़ैरकानूनी क़ब्ज़ा किये हुए इज़राइल के आतंक का शिकार गाज़ा के मासूम हो रहे थे, और तुम खुशियाँ उसी अंदाज़ में मना रहे थे, जैसी ख़ुशी तुमने बाबरी मस्जिद को शहीद करके मनाई थी|जैसी ख़ुशी तुमने 1950 के जबलपुर दंगे से लेकर भागलपुर, मेरठ,बम्बई,गुजरात, असम और मुज़फ्फ़रनगर के बाद मनाई थी!
सुन लो संघियों!
मुसलमानों पे अलगाव का इलज़ाम तो बड़ी आसानी से लगवा देते हो,
पर अलगाव के बीज को बढ़ावा फिलहाल तुम दे रहे हो! देश की एकता को तुम बर्बाद कर रहे हो| बंद करो ये नफरत की खेती, और कितना झूठ मुसलमानों के ताल्लुक से युवाओं में फैलाओगे| बंद करो बेवजह का डर दिखाना आखिर कब तक ये डर की खेती करोगे| याद रखना संघियों और बजरंगियों तुम आज जो नफ़रत का बीज बो रहे हो, इस मुल्क की एकता में दरार पैदा कर रहे हो| कभी अकेले बैठकर गौर करना, कभी अपने दिमाग़ में जोर डालना की मुस्लिमों के ताल्लुक से हिन्दू युवाओं में जो अफवाह,झूठ, डर और नफरत तुम फ़ैला रहे हो, उससे क्या फ़ायदा और क्या नुक्सान है|
खुदको सबसे बड़ा देशभक्त कहते हो न ? तो सुनो देशभक्त बनकर दिखाओ!
"मान लो हिन्दुस्तान एक जिस्म है, और हिन्दू,मुस्लिम,सिख,इसाई, आदिवासी,बोद्ध और पारसी इस जिस्म के अंग है| जिस्म तब तक ही हैल्दी रहेगा, जब सारे अंग काम करेंगे| अगर इस जिस्म का एक अंग भी बीमार होगा या, उसको चोट पहुंचेगी, टूट जायेगा, काम नहीं करेगा, कोई उसे नुक्सान पहुंचाएगा| तो नुकसान तो जिस्म का ही होगा न, तकलीफ और दिक्कतों का सामना पूरी बॉडी को ही करना पड़ेगा| इसलिए मुल्कनुमा जिस्म की सेहत का ख्याल रखिये, जैसे आप अपने जिस्म का ख्याल रखते हैं|

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