कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भाजपा सरकार की कूटनीतिक गलतियां और विद्रोह

कश्मीर और देश की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर वर्तमान भाजपा सरकार फ़ेल होती नज़र आ रही है। इसलिए भाजपाई अपना आपा खो बैठे हैं। कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भाजपा सरकार को नीतियां कश्मीर में विद्रोह को बढ़ावा देने वाली मालूम पड़ती हैं। जब से कश्मीर में BJP+PDP की सरकार बनी है, जेल में बंद आतंकवादियों को बहुत अधिक तादाद में रिहा किया गया है। कुछ दिन पूर्व कश्मीर के एक भाजपा विधायक पर आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने का इलज़ाम भी लग चुका है। कुलमिलाकर कश्मीर हो या देश के अन्य सुरक्षा से सम्बंधित मुद्दे, भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें बुरी तरह फेल होती नज़र आ रही हैं। भाजपा की गलत नीतियों के कारण कश्मीर और अन्य स्थानों में विद्रोह को बल मिला है। इससे पूर्ववर्ती सरकारों के समय भी आतंकियों को मारा गया या सज़ा दी गई। पर उनकी लाश को सरेआम दफनाने की जगह, जेल या अन्य जगह दफ़नाया गया। पर जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है, तबसे आतंकियों की लाश उनके परिजनों को देने का सिलसिला शुरू किया गया। मरने वाला व्यक्ति कोई भी हो, सहानुभूति जताने वाले आस पास के कुछ लोग आ ही जाते हैं। आतंकियों के जनाज़े पर आने वाली भीड़ भाजपा सरकार की यहीं कूटनीतिक हार हुई है। जिससे कश्मीर में प्रदर्शन आदि हुए, चूंकि आतंकी बुरहान कुछ बहके हुए कश्मीरीयों के लिए हीरो था। इसलिए उसकी मौत के बाद कश्मीर में प्रदर्शन होना शुरू हुए। यहाँ पर सरकार ने एक और कूटनीतिक गलती की। सरकार को जहाँ इन प्रदर्शनों को ख़त्म करवाने और लोगों को रोड में न आने की अपील के साथ प्रदर्शनों को रोकने की कोशिश करनी चाहिए थी, पर ऐसा न हुआ कश्मीरी पथराव के जवाब में फायरिंग कर दी गई। जिससे 400 लोग घायल हुए और 36 जानें चली गई।  100 से ज़्यादा लोगों की आँखें चली गई, जिसमे 10 से 15 साल के बीच की बच्चियां भी शामिल हैं। अब जो लोग मारे गए,घायल हुए और जिनकी आँखें गई। उन्हें एक झटके में भारत विरोधी बना दिया गया। क्या उनके घर वाले, उनके रिश्तेदार, उनके मिलने जुलने वाले भारत का समर्थन करेंगे या बदले की भावना लिए आतंकियों और अलगाववादियों के गलत मंसूबों का शिकार बनेंगे। यही बहुत बड़ी कूटनीतिक गलती वर्तमान सरकार से हुई है, जिससे कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा मिला है। देशहित में किये गए कार्यों की सराहना होनी चाहिये, पर वर्तमान स्थिति ऐसी बनती जा रही है, कि सरकार की पालिसी कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा दे रही हैं। देशहित में कार्य करिये, विद्रोह की स्थिति पैदा न हो ऐसे कार्य करिये। क्योंकि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं और कश्मीरी भारत के नागरिक हैं। कश्मीर और कश्मीरी हमारे देश का हिस्सा हैं।0

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