सब कुछ गिर रहा है

जी हाँ, सब कुछ गिर रहा है
कहीं इंसान तो कहीं इंसानियत और हमारे देश में रूपया गिर रहा है!
सब हैरान हैं, परेशान हैं, आखिर क्यों अर्थव्यवस्था का ढांचा गिर रहा है!

ये विषय चिंता का है, कहीं हमारा सम्मान गिर रहा है !
समय चुनाव का है, नेता जी का अभिमाना गिर रहा है!
नेताओं की बातों से जनता का मान गिर रहा है!

समय बडा अजीब है, सब्जी में प्याज का योगदान गिर रहा है!
कहीं भाषण वाला मंच तो, कहीं संसद का सम्मान गिर रहा है!

जिस  तेज़ी से चढ़े थे,नेताजी  लोगों के दिल में, अब उनका ग्राफ गिर रहा है!
गिरने की स्पर्धा में, सेंसेक्स खूब धूम धड़ाम गिर रहा है!

नेता जी क्रेज़ की तरह अब सेल्फी का खुमार गिर रहा है!
गिरने की स्पर्धा में सब कुछ गिर रहा है !

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